क्या होता है पिगमेंटेशन और कैसे करें इसका घर बैठें इलाज – Kya hota hai Skin Pigmentation? पिगमेंटेशन जिसे हिंदी में रंजकता कहा जाता हैं.
पिगमेंटेशन का कारण एवं घरेलू उपचार Causes of pigmentation and home remedies
पिगमेंटेशन जिसे हिंदी में रंजकता कहा जाता हैं | यह एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें त्वचा पर डार्क पैच निकलने शुरू हो जाते हैं | जिनका आकार अलग हो सकता हैं | ऐसी स्थिति हानिकारक नहीं है, लेकिन यह एक गंभीर समस्या के लक्षण हो सकते हैं | आज हम आपको बताएंगे पिगमेंटेशन से बचने के घरेलू उपचार, जिन्हें अपनाकर पिगमेंटेशन से छुटकारा पाया जा सकता है |
रंजकता के कारण शरीर में मेलेनिन का अतिरिक्त उत्पादन होता हैं और यह गर्भावस्था और विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं में हार्मोनल परिवर्तन के कारण होता हैं | जिसके चलते स्कीन असमान्य और अनहेल्थी दिखने लगती हैं | कुछ रसायनों के संपर्क से भी अधिक मेलेनिन का उत्पादन हो सकता हैं |
रंजकता से बचने के घरेलू उपचार
नींबू का प्रयोग
नींबू का उपयोग शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है। नींबू हर घर में इस्तेमाल होने वाला साइट्रिक एसिड से युक्त होता है, जो त्वचा को ब्लीच करने में मदद करता हैं | हर घर में नींबू आसानी से मिल जाता है | यह चेहरे पर मौजूद पैच को प्रभावी ढंग से हल्का करता हैं |
प्रयोग करने का तरीका
- नींबू का रस निकालें और रूई के साथ त्वचा पर रगड़ें |
- इसके बाद 15 मिनट के लिए इसे छोड़ दें और इसे पानी से धो लें |
- कुछ महीनों के लिए दिन में दो बार इस उपाय का पालन करें |
सेब का सिरका का प्रयोग
सेब का सिरका सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसे एप्पल साइडर विनेगर (apple cider vinegar) के नाम से भी जाना जाता है। पिगमेंटेशन से प्रभावित त्वचा पर इसे लगाने से डार्क पैच को कम करने में मदद मिलती हैं और यह पिगमेंटेशन से बचने के घरेलू उपायों में से एक हैं |
उपयोग करने का तरीका
- आधा गिलास गर्म पानी और एप्पल साइडर सिरका के दो चम्मच मिलाएं |
- इस मिश्रण में एक चम्मच शहद जोड़ें और इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाए |
- इसे 2-3 मिनट तक रहने दें और फिर इसे गुनगुने पानी से धो लें |
- दिन में कम से कम दो बार इस उपाय का पालन करें |
कच्चे आलू का प्रयोग
आलू पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है। इसका मुख्य पौष्टिक तत्व स्टार्च होता है। इसमें कुछ मात्रा उच्च जैविक मान वाले प्रोटीन की भी होती है। आलू में कैटेकोलास होता है जो हाइपर पिगमेटेड स्कीन को साफ करने के लिए होता हैं |यह चेहरे के दाग़ों को हल्का करने में भी मदद करता है |
प्रयोग करने का तरीका
- एक मध्यम आकार के आलू लें और छीलने के बाद मोटी स्लाइस में काट लें |
- समतल सतह पर पानी की कुछ बूंदों के साथ आलू का टुकड़ा पांच से 10 मिनट तक लेप लगाएं |
- फिर इसे, गुनगुने पानी के साथ पिगमेंट एरिया पर 20-30 मिनट तक लगाकर छोड़ दें |
- ऐसा एक महीने में 3-4 बार करें, प्रभावी परिणाम दिखेंगे |
विटामिन ई का प्रयोग
पिगमेंटेशन से बचने के घरेलू उपायों में सबसे अच्छा उपाय है विटामिन ई का प्रयोग, यह एक एंटीऑक्सिडेंट होता है जो यूवी किरणों के हानिकारक प्रभावों से त्वचा को बचाता है |
उपयोग करने का तरीका
- विटामिन ई के 2 कैप्सूल लें और उन्हें मसल लें |
- फिर इसमें अरंडी के तेल की कुछ बूँदें डाले और अच्छी तरह मिलाएं |
- पेस्ट को प्रभावित त्वचा पर लगाए और अगली सुबह इसे धो लें ।
- इसे 2-3 सप्ताह तक करें |
हल्दी का प्रयोग
हल्दी अपने गुणों के कारण रंजकता के घरेलू उपचार में शामिल हैं | यह हाइपर वर्णित त्वचा के लक्षणों से छुटकारा पाने में मदद करती हैं | इसके अलावा, यह त्वचा को संक्रमण से दूर रखती हैं |
उपयोग करने का तरीका
- एक गिलास दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर डालकर मिश्रण तैयार करें |
- हल्दी पाउडर के साथ उसमें एक चम्मच नींबू का रस मिलाएं |
- इसे प्रभावित त्वचा पर लगाएं और 20 मिनट तक लगा रहने दें |
- इसे गर्म पाना से धो लें और सूर्य की तेजकिरणों से बचें |
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है | यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है | अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें।
Nice info
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