गर्भस्थ शिशु के विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है अगर गर्भवती महिलाएं फोलिक एसिड की पर्याप्त मात्रा नहीं ग्रहण कर रही है तो इससे उनके शिशु में गंभीर
फोलिक एसिड विटामिन बी का एक स्वरूप होता है, जो नई कोशिकाओं को बनाता है और यह गर्भस्थ शिशु के उचित विकास में बहुत महत्वपूर्ण होता है। सूक्ष्म पोषक तत्वों में से एक फोलिक एसिड की कमी से बच्चों के विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। अगर गर्भवती महिलाएं फोलिक एसिड की पर्याप्त मात्रा ग्रहण नहीं कर रही है तो इससे उनके बच्चे में गंभीर जन्म दोष हो सकते हैं।
गर्भधारण करने से पहले काउंसलिंग करने से महिलाओं की फोलिक एसिड की जरूरतों के प्रबंधन में मदद मिलती है। इसके लिए जरूरी है कि कि गर्भावस्था प्लान करने से पहले फोलिक एसिड का सेवन शुरू करें। फोलिक एसिड की कमी से शिशु में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स के साथ ही विभिन्न प्रकार की अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
फोलिक सप्लीमेंट की पर्याप्त मात्रा लेने से न्यूरल ट्यूब डिफेक्टस होने की संभावना 41 प्रतिशत तक कम हो जाती हैं और इससे अन्य जन्मदोषों जैसे कटे होंठ, तालू और दिल की कुछ समस्याओं को रोकने में मदद मिलती है।
फोलिक एसिड के स्रोत
- महिलाओं के लिए रोजाना फोलिक एसिड की मात्रा लेने का कोई पैमाना नहीं है, लेकिन प्रतिदिन के आहार में कई खाद्य पदार्थ फोलिक एसिड की हर दिन की जरूरत को पूरा कर सकते हैं।
- साबुत गेहूं के उत्पाद और दाल के साथ-साथ सब्जियों और फलों जैसे पालक, मटर, चुकंदर, ब्रोकोली और संतरे फोलिक एसिड के अच्छे स्रोत माने जाते हैं। इनसे प्रतिदिन मिलने वाली फोलिक एसिड की मात्रा 250 से 300 माइक्रोग्राम होती है।
- जिन महिलाओं में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट डायबिटीज रही है या जो महिलाएं एंटी एपिलेप्टिक दवाएं ले रही हैं, उन्हें मात्र पाँच मिलीग्राम फोलिक एसिड की जरूरत होती है।
फोलिक एसिड के सेवन से इन गंभीर समस्याओं से बचें
स्पाइना बिफिडा और एनासेफली एनटीडी का सबसे कॉमन टाइप होता है। यह कम फोलिक एसिड की मात्रा की वजह से होता है। इससे शिशु के मस्तिष्क में दोष पैदा हो सकता है और शिशु में जन्मजात दिव्यांगता हो सकती है। कई बार यह शिशु की मौत का कारण भी बनता है। यह दोष तब होता है जब न्यूरल ट्यूब मस्तिष्क में चली जाती है और स्पाइन का विकास उचित तरीके से नहीं हो पाता है। इससे शिशु का मस्तिष्क व स्पाइन क्षतिग्रस्त हो जाती है। यह गर्भधारण के शुरुआती कुछ हफ्ते में ही होता है।
मासिकधर्म रुकने पर अपने रोग विशेषज्ञ से मिलें
एक बात अवश्य ध्यान रखनी चाहिए कि अगर मासिक धर्म शुरू होने में चार से पाँच दिन की देर हो जाए तो तुरंत अपनी स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए, ताकि जल्द से जल्द यह पता लग सके कि आप गर्भवती हैं या नहीं।
फोलिक एसिड का सेवन कब शुरू करें ?
गर्भवती होने पर तुरंत ही फोलिक एसिड का सेवन शुरू कर दें। इसी तरह अगर किसी महिला में या उसके पति में न्यूरल ट्यूब दोष हो या महिला को गर्भावस्था के दौरान न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स का पता चले या उसे डायबिटीज हो या वह एपिलेप्सी कंट्रोल मेडिकेशन पर हो तो उसे फोलिक एसिड की अधिक मात्रा लेनी चाहिए।
फोलिक एसिड की कितनी मात्रा लेनी चाहिए
गर्भावस्था की योजना बना रही महिलाओं को 250 से 300 माइक्रोग्राम और गर्भवती महिलाओं को 400 से 800 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड हर दिन लेनी चाहिए। अगर आप ऊपर बतायें गये कुछ सुझाव का पालन करती हैं तो आप और आपका शिशु दोनों स्वस्थ्य होगें। अगर यह पोस्ट ज्ञानवर्धक लगी हो तो इसे अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करें।
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