हार्ट अटैक एकदम से नहीं आ जाता, अटैक के कई महीने पहले से ही लक्षण दिखाई देने लगते है मगर यह इतने मामूली से लगते है की लोग इन्हे नज़र अंदाज़ कर देते
हार्ट अटैक के लक्षण एवं बचाव Heart attack symptoms and prevention
दुनिया में ज्यादातर लोगों की मौतों की वजह हार्ट अटैक होती है। कुछ मरीजों को तो हार्ट अटैक के बारे में पता ही नहीं चलता।अगर थोड़ी इहितयात बरती जाएं तो इससे होने वाली मौतों से बचा जा सकता है। हार्ट अटैक एकदम से नहीं आ जाता, अटैक के कई महीने पहले से ही लक्षण दिखाई देने लगते है मगर यह इतने मामूली से लगते है की लोग इन्हे नज़र अंदाज़ कर देते है, ऐसा ना करे। सजग एवं जागरूक रहे, लक्षण को आज परखे और कल बचे।
यहाँ हम आपको बता रहें हैं वो लक्षण जो प्रारंभिक है और जो आगे जा के हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्या का कारण बन सकती है। हार्ट अटैक से मरने वाले करीब एक तिहाई मरीज़ों को तो यह पता ही नहीं होता कि वे हृदय रोगी हैं और अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ देते हैं। इसके लिए ज़िम्मेदार एक बड़ा कारण यह है कि पहले आए हार्ट अटैक को मरीज़ ने पहचाना ही न हो। ऐसा हार्ट अटैक, जिनके लक्षण अस्पष्ट हों या जिनका पता ही न चले, उसे साइलेंट हार्ट अटैक कहते हैं। दिल की बीमारी से होने वाली मौत के हर छह मामलों में से एक में लोग शुरुआती चेतावनी पर ग़ौर करना भूल जाते हैं। ये बात ब्रिटेन में हुए एक सर्वे में सामने आई है।
शरीर में हो रहे इन संकेतों से हार्ट अटैक की गंभीरता को समझे
(1) सीने में होने वाली असहजता से
सीने में होने वाली असहजता दिल के दौरे के लिए जिम्मेदार लक्षणों में से एक है। सीने में होने वाली दर्द आपको हार्ट अटैक का शिकार बना सकती है। अगर आपको सीने में किसी दबाव या जलन की शिकायत हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
(2) बिना किसी मेहनत के ही थकान से
बिना किसी वर्कआउट या मेहनत के ही थकान होना भी हार्ट अटैक की दस्तक हो सकती है। दिल को ज्यादा मेहनत की जरूरत तब होती है जब हदय की धमनियां कोलेस्ट्राल के कारण बंद हो जाती है। कई बार अच्छी नींद लेने के बाद भी आलस औऱ थकान का अनुभव हम करते हैं और दिन में भी नींद आती है। यह अकसर देखा जाता है। इसको नजरअंदाज ना करे और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
(3) शिराओं में सूजन
दिल को शरीर के बाकी अंगों में रक्त पहुंचाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिसकी वजह से शिराएं फूल जाती हैं और उनमें सूजन आ जाती है। दिल पूरे शरीर में खून की सप्लाई करता है। मगर जब दिल सही तरीके से खून की सप्लाई नहीं कर पाता उस दौरान शरीर मैं ब्लड सप्लाई करने वाली शिराएं फुल कर सूज जाती है। जिसकी वजह से नसें फुली दिखने लगती है। इसके अलावा पैर के पंजे की नसों को देखने पर सूजन भी दिखाई देने लगता है। अगर आपके शरीर में भी यह लक्षण नजर आते हैं तो इसको नजरअंदाज ना करे तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। होंठों की सतह का रंग नीला होना भी इसमें शामिल है।
(4) लंबे समय तक सर्दी का बने रहना
लंबे समय तक सर्दी या इससे संबंधित लक्षणों का बना रहना भी दिल के दौरे की ओर ही इशारा करते हैं। सर्दी में कफ के साथ सफेद या गुलाबी रंग का बलगम, फेफड़ों में स्त्रावित होने वाले रक्त के कारण हो सकता है। अगर आपके शरीर में भी यह लक्षण नजर आते हैं तो इसको नजरअंदाज ना करे तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
(5) चक्कर, मस्तिष्क का घूमना
दिल के कमजोर हो जाने की वजह से खून का संचार सही से नहीं हो पाता है। ऐसे में दिमाग को जरूरी आक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे चक्कर आने लगते हैं। यह हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार एक गंभीर लक्षण है, जिस पर आपको तुरंत ध्यान देना चाहिए। इसे नजरअंदाज ना करे तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
(6) सांस लेने में दिक्कत
इसके अलावा अगर सांस लेने में कोई दिक्कत या परेशानी हो रही है तो यह भी हार्ट अटैक की निशानी हो सकती है। दिल के ठीक ढंग से काम न कर पाने की वजह से फेफड़ों तक उतनी मात्रा में आक्सीजन नहीं पहुंचती जिसनी उसको चाहिए, जिससे सांस लेने में कठिनाई होने लगती है। इसे नजरअंदाज ना करे तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
(7) पसीना पसीना होना
ठंडा पसीना छूटे तो बिल्कुल सजग हो जाए क्योंकि यह एक संकेत है दिल के दौरे का। बिना कोई श्रम किए कोई इंसान पसीना पसीना हो जाए तो, इसे नजरअंदाज ना करे, तुरंत डॉक्टर के पास ले जाए।
ये वो लक्षण है जो आपको बताते है की आपको दिल का दौरा आने वाला है ताकि आप हार्ट अटैक आने से पहले ही सचेत हो जाएँ | इसे नजरअंदाज ना करे तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
Nice info for heart attact
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